सर, हमको कोरोना है, भर्ती कर लो, अस्पताल में लगी मरीजों की कतार

शहर के तीन बड़े सरकारी अस्पतालों में सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या ओपीडी में तेजी से बढ़ी है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में मरीज जांच कराने के लिए अस्पतालों में पहुंचे। इनमें कई कोरोना के डर से भर्ती करने की जिद करने लगे। हालांकि अब तक एक भी संदिग्ध मरीज सामने नहीं आया है।


मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह के मुताबिक सुपर स्पेशिटलिटी ब्लाक के प्रथम तल पर 160 बेड लगवाकर आरक्षित कर दिए गए हैं। एक सप्ताह से इन वार्डों में अन्य संक्रामक रोगों से पीड़ितों की भर्ती भी रोक दी गई है। साथ ही एसआरएन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में बिस्तरों की संख्या 15 से बढ़ाकर 20 कर दी गई है।

इसी तरह कॉल्विन में 20 और बेली अस्पताल में दस बेड का आइसोलेशन वार्ड काम कर रहा है। वहीं, एसआरएन अस्पताल के एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव के मुताबिक सामान्य रोगों से पीड़ित लोगों में कोरोना की दहशत है। हर दिन एक से दो मरीज खुद को कोरोना संक्रमित बताकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने की कई मरीज जिद करते हैं। 

वहीं, काल्विन अस्पताल के अधीक्षण डॉ. वीके सिंह बताते हैं कि अभी तक एक भी संदिग्ध मरीज भी सामने नहीं आया है। कोरोना मामले के नोडल अधिकारी डॉ. गणेश प्रसाद के मुताबिक चीन के रास्ते वाया दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई यहां आए यात्रियों की मॉनीटरिंग की जा रही है। अभी तक सब कुछ सामान्य है।